प्यारे दोस्तों होली आने वाली है ..मुझे पसंद भी बहुत है ..रंग गुलाल ..लेकिन होली का नाम आते ही सबसे पहले जो मेरे मन में आते है वो है मेरे कृष्णा ....उन्ही की कृपा से मैंने ये भजन उनके लिए लिखा है ...और इसकी धुन बनाकर इसको गाने का भी प्रयास किया है ...मेरी कोशिश आपको कैसी लगी ये तो आप ही मुझे बताएँगे ...भजन का ऑडियो लिंक संलग्न है..सुनने के लिए प्ले के बटन पर क्लिक कीजिये
कान्हा तू गिरधर से पयोधर आज बन जा रे ...
बंसी मधुर बजा के अपनी जादू कोई कर जा रे ...
कान्हा तू गिरधर से पयोधर आज बन जा रे ...
राधा का मन विरह से आकुल ..कब से देखे बाट रे ..
सावन सूखा बीते कान्हा ..तू आया ना बरसात रे ...
कान्हा तू गिरधर से पयोधर आज बन जा रे ...
मोरमुकुट किशना तुम कारे ...श्याम रंग के बादल सारे ...
ले बादल का रूप कन्हैया .. झम -झम बरसो आज रे ....
कान्हा तू गिरधर से पयोधर आज बन जा रे ...
ग्वाल बाल गोपी हैं पुकारें ...कब डारोगे प्रीत फुहारें ..
जलती गैया जलते उपवन ...हर लो अब ये त्रास रे ...
कान्हा तू गिरधर से पयोधर आज बन जा रे ...
कान्हा तू गिरधर से पयोधर आज बन जा रे ...
पयोधर---बादल
--------------पारुल'पंखुरी '
--------------पारुल'पंखुरी '
बहुत अच्छा लगा भजन और आपकी आवाज़ ने तो इसमें चार चाँद लगा दिये।
ReplyDeleteसादर
भक्ति से ओतप्रोत कन्हैया जी को समर्पित भजन | बहुत ही सुरीले अंदाज़ में अर्पित किया आपने अपने भावों को | मैं तो कहता हूँ ४ नहीं ६४ चाँद लगा दिए आपने इस भजन की प्रस्तुति में | बधाई
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
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बहुत सुन्दर गीत परन्तु आपकी आवाज से बंचित रह गए
ReplyDeletelatest post होली
भजन भी अद्भुत और गायिकी भी और हाँ , आपकी आवाज़ भी शानदार , बार बार सुनने को ललचाती हुई ।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर भजन,,,,स्लो नेट के कारण भजन ठीक से नही सुन सका,,,,
ReplyDeleteRECENT POST: पिता.
बहुत सुंदर स्तुति गीत ....मनमोहक प्रस्तुति
ReplyDeleteपारुल 'पंखुरी ' जी आभार ! आपके निर्देश अनुसार मैंने फिर कोशिश की और आपका गीत सुनने में सफल हुआ .आपका गीत जितना मधुर है ततोधिक मधुर आपकी आवाज .दिल तक उतर गया .भक्ति रस दिलोदिमाग छा गया .आभार !
ReplyDeleteप्यारे कान्हा सा ही प्यारा गीत ...... :)
ReplyDeletethanx a lot chaitanyaa
Deleteपारुल.
ReplyDeleteसुंदर स्वर और सुंदर शब्द. यह तुम 'काव्यालय' में पेश कर चुकी हो...दुबारा सुनना अच्छा लगा :)
एक करेक्शन करना होगा : अपनी जादू'' नहीं 'अपना जादू' होना चाहिए.
thanx for coming raju ..haan correction to karna hai maine apni ke baaad coma nahi lagaaya ..bansi madhur baja ke apni, jaadu koi kar ja re ..apni yaha bansi ke liye prayukt hua hai :-)
Deleteबहुत ही सुन्दर भजन लिखा है आपने..
ReplyDeleteऔर बहुत ही खूबसूरती से इसे गाया भी है...
:-)
नेट स्पीड कम होने के कारण आडियो नही सुन पाया पर गीत के बोल काफी सुंदर हैं
ReplyDeletebahut khoob,, as always... par afsos sun nhi paaya...
ReplyDeletewidget mei play ke button par clik karenge to sun paayenge
Deleteफिर से सुनना उतना ही अच्छा लगा ...जैसे पहले सुना था ....
ReplyDeleteशुभ-कामनायें :)
मंगलवार 26/03/2013 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं .... !!
ReplyDeleteआपके सुझावों का स्वागत है .... !!
धन्यवाद .... !!
vibha ji aapka blog par bahut bahut swagat aur meri rachna ko shamil karne ke liye dhanyavaad :-)
Delete
ReplyDeleteतन दिया है मन दिया है और जीवन दे दिया
प्रभु आपको इस तुच्छ का है लाखों लाखों शुक्रिया
चाहें दौलत हो ना हो कि पास अपने प्यार हो
प्रेम के रिश्ते हों सबसे ,प्यार का संसार हो
बहुत ही अच्छा लिखा आपने .बहुत ही भावनामई रचना .बहुत बधाई आपको .मेरे ब्लॉग पर आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .
aapka bhi shukriya madan ji :-)
Deleteaap sabhi mitro ka blog par aane evam bhajan ko saraahne ke liye bahut bahut dhanyavaad :-)
ReplyDeleteखूबसूरत आवाज़ में मनोहारी भजन .... सुन्दर
ReplyDeleteसुन्दर भावमय भजन ओर उतना ही सुंडल आपका गला जैसे सरस्वती का वास हो ...
ReplyDeleteसुन्दर अतिसुन्दर ...
वाह .... भक्ति भाव से ओत प्रोत बहुत मीठी और मनभावन रचना ....जय श्री कृष्णा जी ...
ReplyDeleteहाह! जितनी बार सुनो अच्छा ही लगता है.
ReplyDeleteकुछ आवाज का जादू है, कुछ शब्दों का असर है,
खोया जाये होश, न जाने ये कैसा असर है.
बाहर सुखा, मन भींग गया अंतर में
ना बादल छाये, न बरसात हुई
किसने किया ये जादू, ये कौन जादूगर है.
KAVYA SUDHA (काव्य सुधा)
सुन्दर भक्तिगीत, और सुन्दर आवाज़ भी दी गयी है। पहली बार आना हुआ आपके ब्लॉग पर। आशा है यूँही सुन्दर रचनाएँ मिलती रहेंगी यहाँ पढने को। ढेरों शुभकामनाएं
ReplyDeleteकान्हा आप पर प्रेम की वर्षा जरूर करेंगे। जय राधाकृष्ण!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया प्रस्तुति ...
ReplyDeleteआपको होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बहुत सुन्दर पारुल....
ReplyDelete<3
सस्नेह
अनु