उलझी लट मोरी बारिश में ,
एक सिलवट रस्ते पे पड़ गई...
मोड़ पे वो टकराया मुझसे ,
एक सिलवट चेहरे पे पड़ गई...
नजरो से जब छुआ था उसने ,
एक सिलवट पलकों पे पड़ गई...
हाथ बढ़ाकर कलाई मरोरी ,
एक सिलवट चुनरी में पड़ गई...
हौले से उड़ाई जब उलझी लट ,
एक सिलवट साँसों पे पड़ गई ..
फूलो से किया प्यार इजहार,
एक सिलवट बातो पे पड़ गई..
बजी शेहनाई हुई बिदाई ,
एक सिलवट नातो पे पड़ गई...
मिलन का मौसम महका बदन,
एक सिलवट चादर पे पड़ गई ...
------------------------------ -------पारुल'पंखुरी'
नजरो से जब छुआ था उसने ,
एक सिलवट पलकों पे पड़ गई...
हाथ बढ़ाकर कलाई मरोरी ,
एक सिलवट चुनरी में पड़ गई...
हौले से उड़ाई जब उलझी लट ,
एक सिलवट साँसों पे पड़ गई ..
फूलो से किया प्यार इजहार,
एक सिलवट बातो पे पड़ गई..
बजी शेहनाई हुई बिदाई ,
एक सिलवट नातो पे पड़ गई...
मिलन का मौसम महका बदन,
एक सिलवट चादर पे पड़ गई ...
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बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति,आभार.
ReplyDelete"स्वस्थ जीवन पर-त्वचा की देखभाल"
Deleteवाह !!! बहुत लाजबाब प्रस्तुति,,,पारुल जी
ReplyDeleteक्यों छेड़ते हो जिक्र मिलने की रात का
पूछेगें हम सबब तो बताया न जाएगा !
RecentPOST: रंगों के दोहे ,
बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति,कृपया पहली लाइन समानांतर कर लीजिए.
ReplyDelete"स्वस्थ जीवन पर-त्वचा की देखभाल"
लिखी जो यह सुन्दर रचना,
ReplyDeleteएक सिलवट एहसासों पे पड़ गई...
महके जो एहसास कलम से,
एक सिलवट कागज़ पे पड़ गई...
भेजे जो कागज़ ख़त में,
एक सिलवट होटों पे पड़ गई...
मुस्कान जो होटों पर आई
एक सिलवट दिल पे पड़ गई...
पर दिल जो मिल न पाए,
एक सिलवट जीवन पे पड़ गई...
सच कहें तो सिलवटें बहुत कुछ कह रही हैं | सुन्दर रचना | आभार |
बस रब ने मिलाये मेल सब
ReplyDeleteजिन्दगी सिलवटों का है खेल सब....
खुबसूरत एहसास !मुबारक हो !
शुभकामनायें!
उत्कृष्ट उत्कृष्ट उत्कृष्ट ।
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत एहसास ।
खूब....बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ....
ReplyDeleteन छुआ, न नजर मिली,
एक सिलवट अहसासों पे पड़ गयी,
सुनी जो उनकी बात
एक सिलवट साँसों पे पड़ गयी
ये कैसा असर है जालिम की अदाओं का
एक सिलवट जिंदगी पे पड़ गयी
aap sabhi padhne walo ka bahut bahut shukriya :-)
ReplyDeletebahut pyari pyari rachna........ baat shuruaat se aakhiri tak salvaton ki aad me jo batayi hai aapne...sensitising one!
ReplyDeleteक्या रोमांस है ...भई वाह :)
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना...
ReplyDeleteसुन्दर चित्रण मिलन से प्रेम तक का सफ़र
लाजवाब....
:-)