पृथ्वी अपनी प्यारी ,
नहीं तो प्रलय से पहले ही कर लो
विनाश की तैयारी ,
हर घर में लगायें पेड़ पौधे
सींचे स्नेह से क्यारी ,
तभी सुरक्षित रह पाएगी
हमारी नव्या फुलवारी
धरा दिवस पर आज एक घंटा ..
बंद कर दो बिजली सारी ..
रहो प्रकृति माँ की गोद में
तन मन में महकेंगी खुशिया न्यारी ..
बूँद बूँद जल भी है कीमती
व्यर्थ इसे न तुम गंवाओ
खुद समझो जल का महत्व .
और बच्चो को अपने समझाओ ..
गर बुद्धि को किया नहीं तुमने ये नोटिस जारी .
प्यासे मरेंगे पशु ,पक्षी ,बच्चे और सब नर नारी ..
आओ मिलकर करें संकल्प जन-जन को हमे जगाना है
आज नहीं हर दिन हर पल हमे "धरा दिवस" मनाना है
--------पारुल'पंखुरी'