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जिंदगी का हर दिन ईश्वर की डायरी का एक पन्ना है..तरह-तरह के रंग बिखरते हैं इसपे..कभी लाल..पीले..हरे तो कभी काले सफ़ेद...और हर रंग से बन जाती है कविता..कभी खुशियों से झिलमिलाती है कविता ..कभी उमंगो से लहलहाती है..तो कभी उदासी और खालीपन के सारे किस्से बयां कर देती है कविता.. ..हाँ कविता.--मेरे एहसास और जज्बात की कहानी..तो मेरी जिंदगी के हर रंग से रूबरू होने के लिए पढ़ लीजिये ये पंखुरी की "ओस की बूँद"

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Monday 4 February 2013

गुलाबी ठण्ड ......अदरक वाली चाय








मौसम भी जैसे मुझको सताना चाहता है ...आज फिर करवट बदल ली ....सुबह से इतनी जोर से बिजली कड़क रही है ....आज फिर ठंडक महसूस हुई .....फिर से वही अदरक वाली चाय ..लेकर बैठी तो सारी गुलाबी यादें बारिश में चलचित्र बन के घूमती नजर आई ये बारिश हमेशा मेरा साथ देती है ...कभी आंसुओ को छुपाने में कभी यादो को फिर से याद दिलाने में ......


गुलाबी ठण्ड अदरक वाली चाय...उसकी यादें...और पुराने गाने..

पहला प्यार..कभी इनकार..कभी इकरार...

मन ढूंढे तन्हाई...खुद को दिल की ...

धड़कन सुनाने...


वो उसका चक्कर काटना...देर रात तक..

जाना छत पे मेरा...देखने उसको...

चाँद के बहाने...


वो फ़ोन की घंटी..मेरा छत से दौड़ना...

उठाने से पहले ही फ़ोन मेरी...

दबी-दबी मुस्काने...


वो कॉलेज के दिन...साथ साथ जाना...

उंगलियों से उंगलियों के.....

रास्ते में टकराने...


वो उसका बुलाना ..फिर टाइम से ना आना...

मेरा घंटो रूठ जाना...

और उसके मनाने ...


वो प्यार की शराब..वो नजरो के पैमाने..

एक दूजे के प्यार में...

हुए हम दीवाने...


फिर वही गुलाबी ठण्ड..अदरक वाली चाय..

पुराने गाने...

बस एक नहीं है तो "वो" .

तो क्या हुआ उसकी यादें तो हैं...

अब भी गुलाबी हो जाता है चेहरा मेरा ..

जब याद आते उसके अशआर पुराने..

मगर ये एहसास ..

ये यादो की कंपकंपी...

जो प्यार करे वही जाने...

वही जाने...

---------------- 'पंखुरी'

27 comments:

  1. really nice....वो फ़ोन की घंटी..मेरा छत से दौड़ना...

    उठाने से पहले ही फ़ोन मेरी...

    दबी-दबी मुस्काने...
    waahhh...

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  2. :-)

    यादों से मीठा और क्या....यादों से सौंधी अदरक कहाँ...

    अनु

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    Replies
    1. sahi kh rahi hain anu di yaado se meetha aur kuch nahi hota ...

      --pyar
      parul

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  3. यादें और अदरक की चाय ......उस पर पारुल की कलम .............वाह वाह
    - शिखा

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    Replies
    1. shukriya shukriya ...kalam kisi bhi baat ko yad se jod deti hai ..yhi to khaisyat hai kalaam ki shikha :-)

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  4. wow gulabi thand garmahat de gai...........

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    Replies
    1. yhi to kamaal hai in yaado ka thandak mei bhi garmaahat de jaati hain ..dear savi :-)

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  5. khubsurat rachna parul ji.........

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    Replies
    1. thanx sharad achha laga ki tum blog par aaye :-)

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  6. Parulji aapki rachna kai dilon ki hu ba hu dastan hai ... Bahut sunder .... Blog shuru karne ke liye badhai ....

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  7. wah kya baat..ati sunder..:)

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  8. यह ठण्ड का मौसम ..और अदाक की चाय
    छा जाते है दिल पर..वो बीती यादों के साये ....
    खुश रहें !

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    Replies
    1. bahut shukriya sir aap mere blog par aaye pichle kuch waqt se mai kabhi kabhi aapki rachnaayein padhti hu bahut pasand bhi krti hu abhi jab apna blog shuru kiya to aapko join kiya ...
      ---saadar

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  9. jo pyar kare wahi janeeeee.......wahi janeee....
    ...such h.......
    .bahoot sweet

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    Replies
    1. pyar hota hi aisa hai samjhane se kisi ko kaha samjh aane wala hai..isiliye jo pyar kare wahi is feeling ko mehsoos kar paata hai ...thanx for coming :-)

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  10. अदरक वाली चाय और उनका खयाल....सुंदर अभिव्यक्ति।

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  11. यादें जुडी रहती है किसी खास से ओर उम्र भर साथ चलती हैं ...
    जैसे अदरक की चाय ...

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    Replies
    1. ji bilkul sahi kaha aapne yaadein umar bhar sath chalti hain ..blog par aane aur apni vishesh tippani ke liye bahut bahut shukriya
      --saadar

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  12. This comment has been removed by the author.

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  13. अतिसुन्दर

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