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जिंदगी का हर दिन ईश्वर की डायरी का एक पन्ना है..तरह-तरह के रंग बिखरते हैं इसपे..कभी लाल..पीले..हरे तो कभी काले सफ़ेद...और हर रंग से बन जाती है कविता..कभी खुशियों से झिलमिलाती है कविता ..कभी उमंगो से लहलहाती है..तो कभी उदासी और खालीपन के सारे किस्से बयां कर देती है कविता.. ..हाँ कविता.--मेरे एहसास और जज्बात की कहानी..तो मेरी जिंदगी के हर रंग से रूबरू होने के लिए पढ़ लीजिये ये पंखुरी की "ओस की बूँद"

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Wednesday 13 February 2013

अगर ....







मन ...

असीम वेदना की गागर ...

आँखें ....

अपलक शून्य निहारती ....

तन ...

हाड मांस का पुतला ....

दिमाग ....

नसों का जमावड़ा ....

होंठ ....

निःशब्द बेअसर ...

कान ...

गूंजते शब्दों के भंवर ...

अच्छा होता ...

अगर ....

दिल भी ..

एक यन्त्र  भर होता ....

जिसमे ..

ना कुछ पाने की लालसा होती ....

ना कुछ खोने का डर ....


-------------------------------पारुल'पंखुरी

22 comments:

  1. जीने का मकसद ही ख़त्म होता तब तो.....
    लालसाएं हैं,डर है तभी तो ललक है....
    :-)

    अनु

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    Replies
    1. हाँ अनु दी सब है और सबसे ज्यादा "दर्द" वो भी तो मुए दिल की वजह से ही है !!!!

      Delete
  2. दिल भी ..

    एक मशीन भर होता ....

    जिसमे ..

    ना कुछ पाने की लालसा होती ....

    ना कुछ खोने का डर ....very good...
    nice creation...

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  3. कितना ठीक कहा है किसी शायर ने ...
    ग़म ग़र इतने थे मेरी किस्मत में..
    तो या रब दिल भी कई दिए होते ???

    खुश रहें !

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    Replies
    1. अशोक जी जिस भी शायर का शेर है बहुत ही लाजवाब है ...ब्लॉग पर आने के लिए शुक्रिया .. आपका ये आशीर्वाद खुश रहे देखकर ही स्माइल आ जाती है :-)

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  4. दर्द में मुस्कराना बेहद ज़रूरी है
    दर्द को ना जताना बेहद ज़रूरी है
    दर्द को पी जाना बेहद ज़रूरी है
    दर्द को अपनाना बेहद ज़रूरी है
    दर्द तो सिर्फ अपना है "निर्जन"
    दर्द को दर्द में यह समझाना बेहद ज़रूरी है |

    बहुत सुन्दर रचना लिखी आपने पंखुड़ी | आभार

    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

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    Replies
    1. तुषार जी आप ब्लॉग पर आये और अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की उसके लिए आपकी आभारी हूँ ... :-)

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  5. दिल को मशीन बनाना आसान नहीं ... दिल की उमंगों का क्या होगा ...

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    Replies
    1. दिगम्बर जी दिल मशीन हो जायेगा तो उमंगें होंगी ही नहीं ...ब्लॉग पर आने और कमेंट के लिए बहुत बहुत धन्यवाद :-)

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  6. बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति
    बसन्त पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

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    Replies
    1. संजय आपको भी बसंत पंचमी की शुभकामनाएं :-) प्रयास को सराहने के लिए शुक्रिया :-) क्या आप गूगल + पर है??

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  7. now this one was ultimate.
    saying everything in few words is quite more effective and impressive.
    kudos for this one especially...

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  8. आपकी ये पंक्तियाँ दिल को छू गयीं ...

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    Replies
    1. shukriya shikha ....lekin fir wahi agar dil na hi hota to achha tha :-)

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  9. ati sunder.......................

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  10. Neeraj ji ke blog par aap dono ki rachna padhi, bahut khub. Aapki ye rachna bhi lajabab hai. Agar dil kewal mashin hota to hum bhi prakriti ki shesh chijon ki tarah vyawahar karte. Ya kya pata, baki chijon me bhi dil naam ki chij hoti ho, jise mahshush karne ka samarthya hamme nahi ho.

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    Replies
    1. bahut bahut shukriya rajeev ji mere blog par aapka swagat hai :-) haan aap thek kh rahe hain shayad ...dil hai tabhi aisi baat kh paa rahe hain :-) blog par aate rahiyega :-)

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  11. जो ऐसा होता तो दर्द भी न होता ...बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
    क्या होता है सच

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